चंद्रयान – 3 : चंद्रयान – 3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफलता पूर्वक हो गई, चंद्रयान 3 लाइव अपडेट

चंद्रयान – 3 विवरण

हमारा चंद्रयान 3 का लैंडर विक्रम चांद को चूमेगा। चंद्रयान- 3 आज 6 बजकर 4 मिनट पर लैंडिंग हो गई है। इसको लेकर जहां पूरे देश में उत्साह है, वहीं पूरी दुनिया की नजरें भी इस मिशन पर टिकी हैं। लैंडिंग का वक्त जैसे-जैसे करीब आ रहा है, वैसे ही लोगों की धड़कनें भी तेज हो रही हैं। विक्रम की सफल लैंडिंग के लिए मंदिर से लेकर मस्जिद तक कामना की जा रही है। इन सबके बीच इसरो चीफ एस सोमनाथ मिशन की सफलता को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रहे हैं। चैन उनका कहना है कि चंद्रयान-2 अभियान से सीख लेते हुए हमने इस बार गलतियों की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी है। चंद्रयान-3 अभियान की सफलता के लिए बैकअप का भी बैकअप प्लान तैयार है। पेश हैं इसरो प्रमुख से बातचीत के प्रमुख अंश।

चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतरने के लिए तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के मौजूदा प्रमुख एस सोमनाथ और पूर्व प्रमुख के सिवन भी लैंडिंग के अंतिम चरण को बेहद जोखिम भरा बता चुके हैं। खबर है कि चंद्रयान 3 को सुरक्षित रूप से चांद पर उतारने में नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन NASA और ESA यानी यूरोपियन स्पेस एजेंसी भी ISRO की मदद कर रहे हैं। खास बात है कि यह समर्थन 14 जुलाई को लॉन्चिंग के बाद से ही भारतीय स्पेस एजेंसी को मिलता रहा है।

लैंडिंग के लिए कैसी तैयारी है?


लैंडर विक्रम बिल्कुल ठीक तरह से काम कर रहा है। हमें पूरा विश्वास है कि यह एक सफल मिशन होगा। यह आत्मविश्वास उस काम से आ रहा है, जो हमारी टीमों ने 2019 में चंद्रयान-2 की हार्ड लैंडिंग के बाद पिछले चार वर्षों में की। ऐसे में यह अति आत्मविश्वास नहीं है। हमने पूरी प्रणाली का कई स्तर पर सत्यापन किया है।

अब तक कोई कठिनाई आई है?


मिशन के दौरान सब कुछ हमारी योजना के अनुसार हुआ। हमें कुछ आश्चर्यजनक नतीजे भी मिले। पहले हमने योजना बनाई थी कि प्रणोदन मॉड्यूल करीब तीन से छह माह कक्षा में सक्रिय रहेगा लेकिन अतिरिक्त ईंधन होने की वजह से प्रणोदन मॉड्यूल कई वर्षों तक कक्षा में जीवंत रह सकता है। आज चंद्रयान – 3 की लैंडिंग हो गई है।

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