UP News PM Kissan केंद्र सरकार देशभर में ऐसे दो करोड़ किसानों का शुद्ध डाटा बेस तैयार कर रही है जिन्हें भविष्य में किसानों की याेजनाओं के लिए पीएफएमएस (सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली) व डीबीटी (डायरेक्टर बेनिफिट ट्रांसफर) सुविधा से जोड़ा जाएगा। मानक पूरे होने पर ही किसान 15वीं किश्त प्राप्त करने का हकदार होगा। इसलिए जल्द से जल्द अपडेट करा लें।
छोटे किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से चलाई गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-केवाइसी कराने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसमें किसानों के घर-घर जाकर राजस्व व कृषि विभाग के कर्मचारी ई-केवाइसी करा रहे हैं।

शासन स्तर पर मुख्य सचिव द्वारा इसकी सतत निगरानी
जिले में 15 अक्टूबर तक किसानों की ई-केवाइसी कराने का शत-प्रतिशत लक्ष्य शासन ने दिया है। इसमें जिले में 1,14,864 किसानों की ई-केवाइसी और 1,37,126 किसानों की आधार सीडिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अभी भी 49748 किसान ऐसे हैं, जिनकी ई-केवाइसी होनी शेष है। इसमें से सत्यापन के दौरान लगभग 2262 किसान मृतक पाए गए हैं।
खातों को जोड़ रहे
ई-केवाइसी के लिए डाक विभाग के आइपीपीबी खाते खोलकर किसानों को सम्मान निधि से जोड़ा जा रहा है। शासन स्तर पर पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया गया है कि जिस भी पात्र किसान की केवाइसी, आधार सीडिंग और अन्य मानक पूर्ण होंगे वहीं किसान अगली यानी 15वीं किश्त प्राप्त करने का हकदार होगा।
ओटीपी आधारित ई-केवाइसी पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जुलाई को सम्मान निधि की 14वीं किश्त जारी की थी।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि
यह केंद्र सरकार की पहल है, जो किसानों को न्यूनतम आय सहायता के रूप में प्रतिवर्ष 6 हजार रुपये तक देती है। इस पहल की घोषणा पीयूष गोयल ने 1 फरवरी 2019 को अंतरिम केंद्रीय बजट 2019 के दौरान की थी। इस योजना की लागत 75 हजार करोड़ के बराबर है।
पीएम सम्मान निधि में किश्तवार लाभार्थी किसानों की संख्या
पहली किश्त – 222645 दूसरी किश्त – 212670 तीसरी किश्त – 210624 चौथी किश्त – 201298 पांचवी किश्त – 193248 छठी किश्त – 191788 सातवीं किश्त – 177980 आठवीं किश्त – 171350 नौवीं किश्त – 156118 दसवीं किश्त – 144487 ग्यारहवीं किश्त – 127600 बारहवीं किश्त – 95328 तेरहवीं किश्त – 60788